
जी हाँ बात की जाए ब्यौहारी नगर के वार्ड नंबर पांच की कृषि हीन भूमि को ब्यौहारी के भू माफियाओं ने बड़ी दबंगई के साथ प्लाटिंग कर बेच रहे हैं ना तोर शासन से रोड निर्माण कि मंजूरी मिली है और न ही नालियों की शासन प्रशासन सब पैसा ले करके मूक बने हुए हैं लोगों से भू माफियाओं के द्वारा मनमानी रकम वसूली जाती है जी हाँ वहाँ की सरकारी कीमत अगर देखी जाए तो ₹270 बर्ग फिट है जब की भू माफियाओं के द्वारा उस जमीन की कीमत उनसे दुगनी चौगनी वसूली जाती है आखिर क्यों जी हाँ आखिर क्यों ये एक प्रश्न बना हुआ सासन चुप्पी साधे हुए हैं लोगों पर दबाव है अपने जीवन जीने का ब्यौहारी क्षेत्र को विकसित तो नहीं कह सकते पर विकासशील नगर है जहाँ पर लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए काम धंधों की तलाश में आते हैं अपने बच्चों को शिक्षा दिलवाने हेतु यहाँ पर आते हैं यहाँ पर लोग अपना आशियाना बनाकर जीवन यापन करने की इच्छा से यहाँ पर जमीन तो लेना चाहते हैं लेकिन ब्यौहारी की शासन प्रशासन के संज्ञान में होते हुए भी भू माफियाओं के द्वारा जनता को लूटा जा रहा है दलालों के हौसले बुलंद हैं भू माफिया के हौसले बुलंद हैं जिसको कोई नहीं देखता कीमत तो ऐसी ली जाती है मानो महानगर की हो परंतु सड़क पानी नाली इसकी कुछ भी व्यवस्था नहीं की गई है शासन से मैं अनुरोध करना चाहता हूँ कि तत्काल सिद्धि विनायक कॉलोनी की जमीन की जांच पड़ताल की जाए 10 वर्षों से जितनी भी रजिस्ट्री हुई है उस सारे पट्टाधारियों को वो सारी सुविधाएं प्रदान की जाए जिसके वह हकदार हैं और भू माफियाओं के द्वारा मनमानी वसूली गई राशि का ब्याज सहित पट्टाधारियों को पैसा मुआवजा के रूप में लौटाया जाए।
- अब देखना यह है कि प्रशाशन के द्वारा क्या किया जाता है? आपका बंदे भारत न्यूस रिपोर्टर